प्रोस्टेट एक छोटी, अखरोट के आकार की ग्रंथि है जो पुरुषों में मूत्राशय के नीचे स्थित होती है। यह वीर्य में एक तरल पदार्थ का उत्पादन करती है जो शुक्राणुओं को पोषण और परिवहन करने में मदद करता है।
प्रोस्टेट दो प्रकार का होता है: – प्रोस्टेटिक: यह प्रोस्टेट ग्रंथि की कोशिकाओं में असामान्य वृद्धि है। यह पुरुषों में सबसे आम प्रकार का कैंसर है। – प्रोस्टेटाइटिस : यह प्रोस्टेट ग्रंथि की सूजन है। यह जीवाणु, वायरस या कवक के कारण हो सकता है।
प्रोस्टेट के लक्षण क्या होते है ? प्रोस्टेटाइटिस के लक्षणों में शामिल हैं: – पेशाब करने में दर्द – पेशाब करते समय जलन – बार-बार पेशाब जाना – पेशाब में बादल या खून आना – ज्यादा पेशाब करने की ज़रूरत – लिंग में दर्द – पीठ या कमर में दर्द प्रोस्टेट किसे होने के ज़्यादा सम्भावना होते है? प्रोस्टेट आमतौर पर 50 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों में होता है। यह परिवार के इतिहास वाले पुरुषों में भी अधिक आम है। प्रोस्टेट कैंसर होने क्या कारण होते है? प्रोस्टेट कैंसर के सटीक कारणों को नहीं जाना जाता है। हालांकि, शोधकर्ताओं का मानना है कि यह आनुवांशिक, हार्मोनल और पर्यावरणीय कारकों के संयोजन के कारण होता है।
प्रोस्टेट कैंसर होने पर मरीज़ की लाइफ में क्या असर होता है? प्रोस्टेट कैंसर के लक्षणों में शामिल हैं: – पेशाब करने में कठिनाई – पेशाब करते समय दर्द – ** बार-बार पेशाब जाना** – पेशाब में रक्त आना इन लक्षणों से व्यक्ति की दैनिक गतिविधियों में बाधा आ सकती है। – प्रोस्टेट कैंसर के मेडिकल टेस्ट क्या होते है ? प्रोस्टेट कैंसर और प्रोस्टेटाइटिस के लिए कई मेडिकल टेस्ट उपलब्ध हैं। इनमें शामिल हैं: – प्रोस्टेट-स्पेसिफिक एंटीजन (PSA) परीक्षण: यह रक्त परीक्षण प्रोस्टेट कैंसर के लिए एक प्रारंभिक स्क्रीनिंग उपकरण है। – प्रोस्टेट बायोप्सी: यह एक प्रक्रिया है जिसमें प्रोस्टेट से ऊतक के नमूने निकाले जाते हैं और सूक्ष्मदर्शी से जांच की जाती है। – प्रोस्टेट एंडोस्कोपी: यह एक प्रक्रिया है जिसमें एक एंडोस्कोप (एक लंबी, पतली ट्यूब जिसमें एक कैमरा होता है) मूत्रमार्ग के माध्यम से प्रोस्टेट में डाला जाता है।
प्रोस्टेट कैंसर का ट्रीटमेंट कैसे होता है? प्रोस्टेट कैंसर के लिए उपचार रोग के चरण और रोगी की व्यक्तिगत स्थितियों पर निर्भर करता है। उपचार विकल्पों में शामिल हैं: – सर्जरी: यह प्रोस्टेट ग्रंथि को हटाने की प्रक्रिया है। – रेडिएशन थेरेपी: यह कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए विकिरण का उपयोग करता है। – हार्मोन थेरेपी: यह कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने के लिए हार्मोन के स्तर को कम करता है। – लक्षित थेरेपी: यह कैंसर कोशिकाओं को लक्षित करने के लिए दवाओं का उपयोग करता है। प्रोस्टेट कैंसर के से बचा जा सकता है? प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए कुछ चीजें की जा सकती हैं, जिनमें शामिल हैं: – स्वस्थ वजन बनाए रखें: अतिरिक्त वजन प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है। – नियमित रूप से व्यायाम करें: व्यायाम वजन कम करने और प्रोस्टेट के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।