देश में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में तेजी देखी जा रही है। इस बार इसका मुख्य कारण वायरस का नया वेरिएंट JN.1 है, जो ओमिक्रॉन की उप-श्रेणी है। विशेषज्ञों के अनुसार इसमें एक विशेष म्यूटेशन पाया गया है, जिससे यह पहले की तुलना में ज्यादा संक्रामक और तेजी से फैलने वाला हो गया है।
हालांकि अभी तक ज्यादातर मामलों में लक्षण हल्के रहे हैं, लेकिन बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सतर्कता और सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।
इस वेरिएंट से संक्रमित मरीजों में नीचे दिए गए सामान्य लक्षण देखे जा रहे हैं:
बुखार
खांसी
गले में खराश
नाक बहना या बंद होना
सिरदर्द
थकान
शरीर में दर्द
दस्त या मतली (कुछ मामलों में)
महत्वपूर्ण: पहले के वेरिएंट्स में जो गंध और स्वाद का खो जाना आम था, वह इस वेरिएंट में कम देखा जा रहा है।
जोखिम में कौन हैं?
बुजुर्ग
गर्भवती महिलाएं
पहले से बीमार व्यक्ति
कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग
इन सभी को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है।
परीक्षण के लिए दो प्रमुख विकल्प हैं:
RT-PCR टेस्ट
सबसे विश्वसनीय और संवेदनशील
प्रारंभिक अवस्था में भी संक्रमण पकड़ सकता है
रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT)
जल्दी परिणाम देता है
लेकिन हल्के या बिना लक्षण वाले मामलों में कम प्रभावी
यदि कोई लक्षण दिखे तो तुरंत परीक्षण कराएं और आइसोलेशन का पालन करें।
फिलहाल JN.1 वेरिएंट के लिए कोई विशेष दवा उपलब्ध नहीं है। इलाज मुख्यतः लक्षण आधारित है:
घर पर आराम करें
भरपूर पानी पीएं
बुखार या दर्द के लिए पैरासिटामोल (डॉक्टर की सलाह से)
भाप लेना और गरारे करना गले की राहत के लिए फायदेमंद
ऑक्सीजन थेरेपी
एंटीवायरल दवाएं
स्टेरॉयड
IV फ्लूइड्स
ICU निगरानी (यदि आवश्यक हो)
टीकाकरण आज भी कोविड से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।
शोधों से साबित हो चुका है कि वैक्सीन और बूस्टर डोज़:
गंभीर लक्षणों की संभावना को कम करती हैं
अस्पताल में भर्ती होने की दर को घटाती हैं
यदि आपने अभी तक बूस्टर डोज़ नहीं लगवाई है, तो जल्द से जल्द लगवाएं।
डॉ. ऋषभ अरोड़ा, निदेशक, ईएमसी अस्पताल, कहते हैं:
“इस समय सबसे महत्वपूर्ण है सतर्क रहना और कोविड-19 के उपयुक्त व्यवहारों को अपनाना। मास्क पहनना, हाथों की सफाई और भीड़ से बचना अनिवार्य है। किसी भी लक्षण के दिखने पर तुरंत टेस्ट कराएं।”
हम सभी नागरिकों से अपील है:
कोविड को हल्के में न लें
सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें
टीकाकरण और बूस्टर डोज़ को प्राथमिकता दें
जागरूकता, संयम और सतर्कता से ही हम इस महामारी पर काबू पा सकते हैं और सामान्य जीवन की ओर लौट सकते हैं।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें, और स्वस्थ रहें!
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