माइग्रेन क्या है- लक्षण, कारण और इलाज

माइग्रेन रोग क्या है  (migraine kya hota hai)

माइग्रेन एक किस्म की सिर की दर्द है जो बच्चों और बड़ो दोनों में पाई जाती है |

  • माइग्रेन हर 100 में से 12 औरतों को होता है और हर 100 में से 6 मर्दों को होता है |
  • माइग्रेन ज्यादातर नौजवानों में पाया जाता है |
  • माइग्रेन ज्यादातर 20 से 40 साल की उम्र में पाया जाता है |

माइग्रेन के लक्षण क्या है? (migraine ke lakshan)

  • माइग्रेन में सिर दर्द जो की एक साइड में ही होती है  या फिर  यह दर्द कभी कभार साइड भी बदल लेती है |
  • उल्टी लगना या उल्टी आना |
  • धूप में या ज्यादा शोर से इरिटेशन होना  या सिर दर्द होना |
  • Throbbing दर्द होना जैसे कि सिर में कुछ बजता हुआ महसूस होना |
  • माइग्रेन दर्द के होने पर ज्यादा काम करने से दर्द और ज्यादा बढ़ जाती है |

माइग्रेन का AURA क्या होता है?

  • सिर दर्द होने से पहले आंखों में लाइट का पढ़ना |
  • आंखों के आगे Zig zag लाइंस का दिखाना |
  • नजर धुंधली होना |
  • कानों में शोर होना |
  • चेहरे या हाथों में झुनझुनी होना |

क्या माइग्रेन का कोई मेडिकल टेस्ट हो सकता है?

नहीं माइग्रेन का कोई भी मेडिकल टेस्ट नहीं होता

माइग्रेन को कैसे diagnose किया जाता है?

माइग्रेन को diagnose करने के लिए न्यूरोलॉजिस्ट को दिखाएं और वह आपके सिर दर्द के लक्षण को सुनकर ही फैसला ले सकते हैं कि आपको माइग्रेन का दर्द है या किसी और किस्म का सिर दर्द हो रहा है |

क्या माइग्रेन के अटैक से बचा जा सकता है?

जी हाँ माइग्रेन के अटैक से बचा जा सकता है इसके लिए कुछ बातो का ध्यान रखना होता है:

  • स्ट्रेस कम लेना चाहिए |
  • समय पर खाना खाना चाहिए और किसी भी समय का खाना मिस नहीं करना चाहिए |
  • ज्यादा या कम सोने से भी माइग्रेन दर्द बढ़ता है |
  • तेज रोशनी से बचना चाहिए |
  • धूम्रपान और शराब से परहेज करना चाहिए |

यह सब बातो का ध्यान माइग्रेन पेशेंट को रखना चाहिए ताकि माइग्रेन दर्द की फ्रीक्वेंसी को कम किया जा सके |

माइग्रेन का इलाज क्या है?

माइग्रेन के लिए बहुत ही किस्म की दवाइयां मार्केट में आती है पर माइग्रेन दर्द की दवा डॉक्टर की सलाह से ही लेनी चाहिए क्योंकि डॉ मरीज की उमर देख कर ही दवाई देता है इसमें से एक दवाई सिर दर्द होने के वक़्त ली जाती है और दूसरी दवाई रेगुलर ली जाती है ताकि माइग्रेन दर्द के अटैक से बचा जाए । इसलिए माइग्रेन दर्द की दवाई कभी भी खुद से नहीं  लेनी  चाहिए  हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही लेनी चाहिए |

क्या मरीज माइग्रेन में अपने से कुछ कर सकता है ?

मरीज को माइग्रेन ज्यादा होने पर रेस्ट करनी चाहिए लाइट बंद करके ठंडा कपड़ा सिर पर रखना चाहिए ताकि सिर को ठंडक पहुंचे |

क्या हर सिर दर्द माइग्रेन ही होती है ?

नहीं माइग्रेन बस एक किस्म का सिर दर्द है  क्योंकि सिर दर्द के बहुत से प्रकार है जिससे  जान को भी खतरा हो सकता है इसमें कुछ ऐसे दर्द है |

  • जैसे 50 साल की उम्र के बाद पहली बार सिर दर्द होना |
  • सिर दर्द दवाई खाने से भी ठीक नहीं हो रही |
  • सिर दर्द के साथ किसी बॉडी पार्ट में कमजोरी आना |
  • पुरानी सिर दर्द से अलग ही तरह का सिर में दर्द होना |
  • सिर दर्द का हमेशा एक ही साइड रहना |

ऐसे दर्द में डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए ताकि टाइम पर इलाज हो सके क्योंकि यह दर्द बहुत ही खतरनाक दर्द साबित हो सकती है |

प्रेगनेंसी में माइग्रेन दर्द का इलाज

माइग्रेन ज्यादातर औरतो को ही होती है  और ज्यादातर युवा औरतों को,  इसीलिए अगर   प्रेगनेंट औरतों को  माइग्रेन होती है तो उनको डॉक्टर की सलाह से ही दवाई लेनी चाहिए क्योंकि माइग्रेन की कुछ ही दवाइयां ऐसी है जो की पेट में पल रहे  बच्चे को कोई भी नुकसान नहीं पहुँचाती |

FAQ

क्या माइग्रेन से मौत हो सकती है?

माइग्रेन से मौत काफी असामान्य है। माइग्रेन एक अत्यधिक दर्दनाक और असहनीय सिरदर्द का क्षेत्र है, लेकिन आमतौर पर यह सांस्कृतिक या जीवन को खतरे में नहीं डालता। लेकिन कुछ मामलों में, जब दर्द बहुत ही अधिक हो और व्यक्ति अच्छी तरह से इलाज नहीं कर पा रहा हो, तो यह जीवन को खतरे में डाल सकता है। इसलिए, माइग्रेन के दर्द के साथ-साथ उपचार भी महत्वपूर्ण हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Book Appointment